Saturday, 28 June 2014

भारत रत्न गुलज़ारीलाल नंदा की ११७वी जयंती ४ जुलाई प्ररेणा दिवस घोषित करे सरकार

        धर्मप्राण राजनीतिज्ञ पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व श्री गुलज़ारीलाल नंदा जी की जयंती ४ जुलाई को सदाचार दिवस के रूप में मनाई जाती है। भारत सरकार के ग्रह मंत्रालय ३ बार  , योजना व श्रम मंत्रालय में २ बार कार्यभार संभालने वाले नंदा ने रेल सिचाई खाद्य ऊर्जा मंत्रालय भी बेहतर नीतियों के निर्माण के तहत संभाले।
         गांधीवाद के साकार रूप आजीवन भरस्टाचार के प्रखर विरोधी रहे नंदा  जीवन नैतिकता का सदाचार रूप भारतीय राजनीती में सफेद कपड़ों वाले संत के रूप में वंश विहीन राजनीति के आकाश कुसुम की तरह जाना जाता है। श्रम रोजगार रेल और योजना सहित ग्रह मंत्रालयों में दी गई उनकी नीतिय्यां देश के लिए रोल माडल हैं जिन पर शोध और बोध की प्रबल आवश्यकता समय की मांग रही है।
       तीर्थों के विकास के आधुनिक भगीरथ के रूप में हरियाणा में महाभारत रण भूमि के उजड़ तीर्थों के लिए १९६८ में उनके द्वारा बनाया गया कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड देश दुनिया के लिए रोल मॉडल  है।  देश की सरकार सहित हरियाणा की सरकार को भी चाहिए की उनके जन्म दिन और स्मृति दिवस को प्ररेणा ज्योति के रूप में सदाचार दिवस व नैतिक दिवस घोषित करे।

 लेखक - भारत रत्न नंदा के शिष्य  कृष्ण राज अरुण ,चेयरमेन  गुलज़ारीलाल नंदा फाउंडेशन मोब. 0-9802414328 Email,gnf2012@gmail.com,alertnews100@gmail.com