Monday, 22 May 2017

भारत रत्न नंदा की तपोस्थली कुरुक्षेत्र से जगायेगा नैतिकता की अलख गुलज़ारीलाल नंदा फाउण्डेशन

कुरुक्षेत्र - धर्मप्राण राजनीती के शिखर युगपुरुष पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलज़ारीलाल नंदा के नैतिक   जीवन को दुनिया के आगे रखने के लिए नंदा अनुयाई मूल्य आधारित शिक्षा के लिए भारत के मानवता के वैज्ञानिकों को संगठित करने की तैयारी में है। आगामी ४ जुलाई को भारत रत्न नंदा जी की १९ वीं जयंति में भारत नव निर्माण में लगी संस्थाओं को आमंत्रित किया गया है।
    नमो उदय उद्देश्य को शक्तिशाली बनाने व भारत भारतीयतत्ता की शाख को दुनिया  के आगे  रखने के लिए सदाचार  मिशन को जीवित किया जाना है। आयोजक भारत रत्न नंदा के शिष्य समाज कार्य अनुसंधान  के प्रमुख गुलज़ारीलाल नंदा फाउंडेशन के चेयरमेन कृष्ण राज अरुण हैं।
    श्री अरुण के अनुसार देश में सामजिक असंतोष समाप्ति के लिए सबसे बड़ा मंत्र आध्यात्मिक समाजवाद और मूल्य आधारित शिक्षा है। इसे पूरी ईमानदारी से लागु करने के लिए देश को नैतिक ज्योति चाहिए जो समाज में नैतिक ज्ञान अभियान का प्रभाव दे सकें। अर्थ और चरित्र संकटमय कारणों में भारतीय संस्कृति का विराट स्वरूप लुप्त होना है संकटों और सामाजिक बिखराव का मूल कारण है। विज्ञानं युग  में नैतिक  शिक्षा ही बिखराव को रोकने में सक्षम होगी ,पर्यावरण में आया प्रदूषण के अनेक कारण आपदा संकट हमारे आगे गंभीर विषय हैं। इन्हे रोकने के लिए प्रकृति और मानव समन्वय आवश्यक है।    
         अलर्ट इंडिया लाइव के प्रमुख सम्पादक न्यूज़ पेपर्स एसोसिएशन आफ इंडिया उत्तर भारत अध्यक्ष  के आर अरुण ने कहा है की मिडिया सहित सामाजिक विकास से जुडी संस्थाओं की भागीदारी में तय किया जायेगा की विकास युद्द में नैतिकता के मापदंड क्या हों। 

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